5 Easy Facts About shiv chalisa lyrics in telugu Described
कीन्ही दया तहं करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी ।
सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा। बिकट रूप धरि लंक जरावा।।
अर्थ- हे प्रभु जब क्षीर सागर के मंथन में विष से भरा घड़ा निकला तो समस्त देवता व दैत्य भय से कांपने लगे आपने ही सब पर मेहर बरसाते हुए इस विष को अपने कंठ में धारण किया जिससे आपका नाम नीलकंठ हुआ।
शबरी सँवारे रास्ता आएंगे राम जी - राम भजन
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
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न कश्चित् पुत्रस्य वंचनं कर्तुम् इच्छति।
नित्त नेम कर प्रातः ही, read more पाठ करौं चालीसा।
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट से मोहि आन उबारो॥
शिव भजन
धन निर्धन को देत सदा हीं। जो कोई जांचे सो फल पाहीं॥
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
O Superb Lord, consort of Parvati You will be most merciful . You always bless the bad and pious devotees. Your beautiful kind is adorned with the moon in your forehead and in your ears are earrings of snakes’ hood.